रणजी ट्रॉफी का इतिहास, रणजी ट्रॉफी क्या है, रणजी ट्रॉफी कैसे खेले, What Is The Age Limit For Ranji Trophy, How To Select In Ranji Trophy आदि के बारे में हिंदी में पूरा पढ़ें।
आज के इस आर्टिकल में हम आपको रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन कैसे होता है? इस विषय के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में समझाएंगे और साथ ही साथ रणजी ट्रॉफी की शुरुआत कब हुई, रणजी ट्रॉफी का इतिहास, What Is Ranji Trophy, सबसे ज्यादा रणजी ट्रॉफी किसने जीती, Ranji Trophy Kaise Khelte Hain आदि के बारे में भी जानकारी प्रदान करेंगे, इसलिए हमारे इस लेख को पूरा पढ़ें।
रणजी ट्रॉफी क्या है (Ranji Trophy Kya Hai)
रणजी ट्रॉफी भारत की घरेलू क्रिकेट कंपटीशन या प्रतियोगिता है, इसे फर्स्ट क्लास या प्रथम श्रेणी की क्रिकेट प्रतियोगिता माना जाता है। रणजी ट्रॉफी भारत के राज्य, केंद्रशासित प्रदेशों आदि की क्रिकेट टीमों द्वारा खेला जाता है और रणजी ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करके इंडिया के क्रिकेट टीम में आप सेलेक्ट भी हो सकते हैं।
रणजी ट्रॉफी में दो तरह से मैच होते हैं जिसमें पहले राउंड रोबिन मैच यानी रणजी ग्रुप मैच और दूसरा नॉकआउट मैच होता है।
रणजी राउंड रोबिन मैच 4 दिन तक खेला जाता है तथा रणजी नॉकआउट मैच खेलने के लिए 5 दिन का समय निर्धारित है।
रणजी ट्रॉफी पिछले कुछ सालों में बहुत ज्यादा पॉपुलर हो रही है और कई देशों में भी इसका प्रचार हो रहा है।
रणजी ट्रॉफी का इतिहास (Ranji Trophy History In Hindi)
रणजी ट्रॉफी शुरू होने का इतिहास है लेकिन क्या आप जानते हैं कि रणजी ट्रॉफी प्रतियोगिता का नाम किसके नाम पर पड़ा अगर आप नहीं जानते हैं तो आइए आपको बताते हैं।
रणजी ट्रॉफी का नाम “महाराजा रणजीत सिंह” के नाम पर रखा गया है और इन्होंने क्रिकेट में कई उपलब्धियां हासिल की तथा क्रिकेट में नाम कमाया था, इसलिए इनके नाम पर रणजी ट्रॉफी का नाम रखा गया है।
महाराजा रणजीत सिंह भारत के ऐसे पहले क्रिकेटर थे जिनको इंग्लैंड क्रिकेट टीम से खेलने का अवसर मिला था।
महाराजा रणजीत सिंह जामनगर के रहने वाले थे और इनको “भारतीय क्रिकेट का पिता” नाम से भी जाना जाता है।
सबसे पहले रणजी ट्रॉफी का मैच 4 नवंबर 1934 को खेला गया था यह मैच मैसूर और मद्रास के बीच हुआ था।
रणजी ट्रॉफी में हर साल कई राज्यों के क्रिकेट टीम में भाग लेती है और उन टीमों के बल्लेबाजों, गेंदबाजों आदि पर भारतीय कोच, कप्तान अन्य क्रिकेट बोर्ड के सदस्य ध्यान रखते हैं और अच्छे प्लेयर को भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल किया जाता है।
रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन कैसे होता है (Ranji Trophy Mein Selection Kaise Hota Hai)
रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन प्रोसेस कुछ अलग तरीके से होती है और Ranji Trophy Trial की मदद से आप रणजी ट्रॉफी क्रिकेट मैच खेलने के लिए सिलेक्शन हो सकता हैं।
आपको बता दें कि रणजी ट्रॉफी ट्रायल हर साल किए जाते हैं और कई राज्यों की क्रिकेट टीमें इसमें शामिल होती हैं। How To Select In Ranji Trophy के बारे में जानने के लिए निम्नलिखित को ध्यान से पढ़ें।
- रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन से पहले रणजी ट्रॉफी ट्रायल होता है और यह स्टेट लेवल पर होता है।
- रणजी ट्रॉफी ट्रायल में खिलाड़ियों को चुनने के लिए राज्य क्रिकेट बोर्ड से सिलेक्टर आते हैं।
- राज्य बोर्ड से आए सिलेक्टर आपकी क्रिकेट खेलने के तरीके जैसे आपकी बल्लेबाजी, आपकी गेंदबाजी एवं अन्य क्रिकेट बेसिक नॉलेज की जांच करते हैं।
- इस ट्रायल में अगर आप सिलेक्ट हो जाते हैं तो आपको आगे डिस्ट्रिक्ट लेवल यानी जिला स्तरीय क्रिकेट मैच खेलने के लिए भेजा जाता है जहां आपको 3 क्रिकेट मैच खेलने होते हैं।
- यहां पर 3 क्रिकेट मैच खेले जाते हैं और इन तीनों मैचों में आपके परफॉर्मेंस पर नजर रखी जाती है यदि आपने अच्छे से खेला है और क्रिकेट बोर्ड सिलेक्टर को आपकी परफॉर्मेंस अच्छी लगी तो आपको बोर्ड अंतर जिला स्तरीय क्रिकेट मैच खेलने के लिए लिए भेजेगा।
- अंतर जिला स्तरीय क्रिकेट मैच में आपकी अच्छी परफॉर्मेंस होने पर आपको राज्य स्तर के क्रिकेट टूर्नामेंट में मैच खेलने के लिए बुलाया जाता है।
- राज्य स्तर के क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने पर आप रणजी ट्रॉफी ट्रायल खेलने के लिए चुने जाएंगे और यहां पर 60 खिलाड़ियों में से टीम बनती है।
- इन 60 खिलाड़ियों की टीम के बीच में क्रिकेट मैच करवाए जाते हैं और तीन मैचों में अच्छी परफॉर्मेंस के आधार पर आखिरी 30 खिलाड़ियों में सिलेक्ट किया जाता है।
- इन 30 खिलाड़ियों का एक ग्रुप बनाया जाता है और यहां पर खिलाड़ियों की बॉडी फिटनेस, खेलने की टेक्निक, क्रिकेट के बारे में नॉलेज, खेलने की ताकत आदि को परखा जाता है।
- इसमें सेलेक्ट होने के बाद आप रणजी ट्रॉफी में खेल सकते हैं और रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन हो जाता है।
रणजी ट्रॉफी चयन प्रक्रिया क्या है (Ranji Trophy Selection Process)
रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन के लिए खिलाड़ियों को बहुत मेहनत करनी पड़ती है उन्हें अपने खेलने की रूचि, अपने शरीर की फिटनेस आदि पर ज्यादा फोकस करना होता है।
रणजी ट्रॉफी सिलेक्शन प्रोसेस निम्नलिखित तरीके से होती है।
- सबसे पहले क्रिकेट में रुचि रखने वालों वालों को किसी अच्छे क्रिकेट क्लब या क्रिकेट एकेडमी ज्वाइन कर लेनी चाहिए ताकि वहां आप क्रिकेट के बारे में सब कुछ सीख सकें।
- क्रिकेट क्लब ज्वाइन करने के बाद आपको वहां पर होने वाले क्रिकेट टूर्नामेंट में भाग लेना चाहिए और क्रिकेट खेलते समय अच्छा प्रदर्शन करना चाहिए ताकि आप आगे के क्रिकेट मैच बड़े लेवल पर खेल सके।
- इसके बाद आपको जिला स्तर पर होने वाले क्रिकेट टूर्नामेंट के मैचों में भाग लेना चाहिए और उन मैचों में अच्छी परफॉर्मेंस देने की कोशिश करनी चाहिए।
- जिला स्तर क्रिकेट टूर्नामेंट खेलने के बाद आपको अंतर जिला स्तर के टूर्नामेंट मैचों में खेलने के लिए भेजा जाता है वहां पर अच्छा खेलने पर उन्हें आगे बढ़ने का मौका दिया जाता है।
- इन क्रिकेट टूर्नामेंट के बाद खिलाड़ियों को राज्य स्तर के क्रिकेट टूर्नामेंट मैचों में भाग लेने के लिए भेजा जाता है और वहां पर क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करना सबसे जरूरी होता है।
- राज्य स्तर क्रिकेट टूर्नामेंट मैचों में अगर कोई खिलाड़ी अच्छा खेल रहा है तो उसे रणजी ट्रॉफी में खेलने के लिए योग्य माना जाता है और इस तरह से रणजी ट्रॉफी में आपका सिलेक्शन होता है।
रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए उम्र कितनी होनी चाहिए (Ranji Trophy Age Limit In Hindi)
आपको बता दें कि रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए पहले उस खिलाड़ी को जिला स्तरीय मैच, राज्य स्तरीय मैच आदि के लिए जरूरी होते हैं, तभी उस खिलाड़ी का रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन होता है।
रणजी ट्रॉफी कई तरह से होता है रणजी ट्रॉफी अंडर-14, रणजी ट्रॉफी अंडर-16, रणजी ट्रॉफी अंडर-19, रणजी ट्रॉफी अंडर-23 आदि होते हैं तथा इनके अलावा ओपन एज कैटेगरी में भी रणजी ट्रॉफी खेली जाती है।
ओपन एज कैटेगरी में रणजी ट्रॉफी खेलने वाले खिलाड़ियों की उम्र 23 साल या इससे अधिक होना जरूरी है। बीसीसीआई ने किसके लिए कोई अधिकतम आयु सीमा नहीं रखी है, इसलिए 23 साल या इससे अधिक उम्र वाले व्यक्ति भी खेल सकते हैं; चाहे वह 45 साल या अधिक उम्र के भी हो।
रणजी ट्रॉफी खिलाड़ियों की सैलरी (Ranji Trophy Khelne Ke Liye Kitne Paise Milte Hain)
रणजी ट्रॉफी खिलाड़ियों की सैलरी नेशनल क्रिकेट टीम से कम होती है, क्योंकि वे खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट खेलते हैं।
रणजी ट्रॉफी में जो खिलाड़ी प्लेइंग इलेवन में चुने जाते हैं, उनकी सैलरी कुछ इस प्रकार होती है।
- ध्यान रहे यह सैलरी खिलाड़ियों को प्रतिदिन दी जाती है।
- रणजी ट्रॉफी अंडर-16 खेलने वाले खिलाड़ियों को 17 हजार रुपए से अधिक सैलरी दी जाती है।
- रणजी ट्रॉफी अंडर-19 खेलने वाले प्लेयर को 10 हजार रुपए से ज्यादा की सैलरी दी जाती है।
- अंडर-23 वाले खिलाड़ियों को 3 हजार रुपए से अधिक की सैलरी दी जाती है।
- सबसे जरूरी रणजी ट्रॉफी खेलने वाले खिलाड़ियों को 35 हजार रूपए या इससे अधिक सैलरी प्रदान की जाती है।
रणजी ट्रॉफी खेलने वाले आरक्षित खिलाड़ियों को इनसे आधी सैलरी दी जाती है और यह सैलरी बीसीसीआई द्वारा पहले से तय की गई है तथा इसमें कोई बदलाव करना हो जैसे सैलरी बढ़ाना, सैलरी घटाना आदि काम बीसीसीआई ही कर सकता है। रणजी ट्रॉफी में मिलने वाली सैलरी आप कितने दिन मैच खेलते हैं, इस पर निर्भर करती है।
रणजी ट्रॉफी सबसे ज्यादा कौन जीता है (Sabse Jyada Ranji Trophy Jitne Wali Team)
कई लोग जानना चाहते हैं कि सबसे ज्यादा रणजी ट्रॉफी किसने जीती है तो आपको बता दें कि रणजी ट्रॉफी सबसे ज्यादा मुंबई रणजी टीम ने जीती है और मुंबई ने कुल 41 बार रणजी ट्रॉफी जीती है। मुंबई के बाद सबसे ज्यादा रणजी ट्रॉफी कर्नाटक की क्रिकेट टीम ने जीती है वो भी 8 बार।
FAQs – रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन कैसे होता है?
यहां पर अब हम आपको रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन से रिलेटेड कुछ सवाल की जानकारी दे रहे है।
#1: रणजी ट्रॉफी कितने ओवर का होता है?
रणजी ट्रॉफी को 90 ओवर का रखा गया है तथा रणजी ट्रॉफी में हर टीम को दो बार बैटिंग और दो बार बॉलिंग करनी होती हैं।
#2: रणजी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाला खिलाड़ी कौन है?
रणजी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी का नाम वसीम जाफर है और आपको बता दें कि वसीम जाफर ने रणजी ट्रॉफी में 12038 रन बनाए हैं।
#3: रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए क्या करना पड़ेगा?
अगर आप रणजी ट्रॉफी खेलना चाहते हैं; तो आपको सबसे पहले किसी क्रिकेट क्लब या क्रिकेट एकेडमी के साथ जुड़ जाना चाहिए और इसके बाद अच्छी क्रिकेट प्रैक्टिस के साथ टूर्नामेंट मैच खेलने चाहिए।
टूर्नामेंट मैचों में अच्छी परफॉर्मेंस देकर आप डिस्ट्रिक्ट लेवल के क्रिकेट टूर्नामेंट में भाग ले सकते हैं और इसके बाद अंतर जिला स्तर के क्रिकेट टूर्नामेंट में क्रिकेट खेलना होता है।
इन सभी टूर्नामेंट में अगर आप अच्छा क्रिकेट खेल रहे हैं तो आपको क्रिकेट बोर्ड सिलेक्टर राज्य स्तर के क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए योग्य मानता है और राज्य स्तर के क्रिकेट टूर्नामेंट खेलकर आप रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन पा सकते हैं।
रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन होने के बाद आप रणजी ट्रॉफी आसानी से खेल सकते हैं और भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल हो सकते हैं। भारतीय क्रिकेट टीम में प्रवेश करने के लिए रणजी ट्रॉफी के माध्यम से ही जाना होता है।
#4: रणजी ट्रॉफी कौन से खेल में दी जाती है?
जैसा कि आपको पता है रणजी ट्रॉफी में क्रिकेट मैच खेले जाते हैं इसलिए रणजी ट्रॉफी में क्रिकेट मैच जीतने वाली टीम को रणजी ट्रॉफी प्रदान की जाती है। रणजी ट्रॉफी भारत की एक घरेलू क्रिकेट कंपटीशन होती है तथा इसमें भारत के कई राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की क्रिकेट टीमें शामिल होती है और उनके बीच क्रिकेट मैच खेले जाते हैं।
#5: रणजी ट्रॉफी में कितने दिन होते हैं?
रणजी ट्रॉफी को दो तरीकों से खेला जाता है जिसमें पहले रोबिन लीग मैच और बाद में नॉकआउट मैच खेले जाते हैं। रोबिन लीग मैच 4 दिनों तक खेले जाते हैं तथा नॉकआउट मैच 5 दिनों तक खेले जाते हैं।
#6: रणजी ट्रॉफी किसके नाम पर है?
रणजी ट्रॉफी का नाम भारत के जामनगर के महाराजा रणजीत सिंह जी के नाम पर रखा गया है, रणजीत सिंह क्रिकेट के क्षेत्र में काफी खिताब हासिल किए हैं और नाम कमाया है। यह भारत के पहले टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ी थे और इंग्लैंड की क्रिकेट टीम के लिए भी खेलते थे।
#7: भारत में रणजी ट्रॉफी की शुरुआत कब हुई?
4 नवंबर 1934 को भारत में रणजी ट्रॉफी की शुरुआत मानी जाती है और रणजी ट्रॉफी का पहला मैच चेपक के ग्राउंड में खेला गया था तथा यह क्रिकेट मैच मद्रास और मैसूर के बीच खेला गया था।
इसलिए 4 नवंबर 1934 को ही भारत में रणजी ट्रॉफी की शुरुआत मानी जाती है।
इसे भी पढे –
निष्कर्ष – रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन कैसे होता है?
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन कैसे होता है के बारे में हिंदी में विस्तार से समझाया है और आपको रणजी ट्रॉफी का इतिहास, रणजी ट्रॉफी क्या है, रणजी ट्रॉफी की शुरुआत कब हुई, Ranji Trophy Khelne Ke Liye Kitne Paise Milte Hain आदि के बारे में भी बताया है।
मैं आशा करता हूं आपको यह आर्टिकल रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन कैसे होता है काफी पसंद आया होगा। यदि आपको आर्टिकल अच्छा और हेल्पफुल लगा है तो इसे शेयर जरूर करें और इससे संबंधित कोई सवाल हो तो हमसे जरूर पूछें।
Leave a Comment